Option Trading in Hindi : आजकल ज्यादातर लोग शेयर मार्केट से पैसा कमाने के चक्कर अपने कमाई का एक बड़ा हिस्सा आसानी से खो देतें है. दरअसल बिना सीखे ट्रेंडिंग में पैसे लगा देतें है। लेकिन जो लोग Option Trading me profit kaise hota hai जानते है वो यहां से लाखों रूपये मिनटों में कमा लेते हैं. अगर आप भी Option Trading करना चाहते हैं तो सबसे पहले इसके बारे में जानना होगा कि आखिर स्टॉक मार्केट में option trading kya hai और यह कैसे काम करती है? अगर आपके पास जानकारी नहीं होगी तो हो सकता हैं एक दो बार ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसे कमा भी लें लेकिन आप जल्द ही यहां एक बड़ा नुकसान कर सकते हैं. यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें इसमें हमने ऑप्शन ट्रेंडिंग से जुड़ी पूरी जानकारी शेयर की है जैसे – ऑप्शन ट्रेडिंग क्या हैं, ऑप्शन ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे होता हैं, ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान आदि.
Option Trading Kya Hai
आपने शेयर मार्केट का नाम तो सुना ही होगा, शेयर मार्केट में कम्पनी के शेयर को खरीदा और बेचा जाता है. लेकिन जब हम किसी शेयर को खरीदते हैं तो उसके 1 शेयर की कीमत कितनी हैं उसके हिसाब से हमें कितने शेयर चाहिए हम सेलेक्ट करके पैसे इन्वेस्ट कर देतें हैं. अब यहां भी ऐसा ही है, उसी शेयर को हम ऑप्शन ट्रेडिंग के अन्दर भी खरीदते हैं लेकिन यहां उस शेयर की कीमत से कम मूल्य पर खरीदते हैं. उदाहरण के लिये AXY कोई कम्पनी हैं और इसके शेयर की कीमत 100 रूपये है तो जब हम इसे खरीदते हैं तो 100 रूपये प्रति शेयर का मूल्य देना होता है अगर इसकी कीमत खरीदने के बाद 120 रूपये होगी तो हमें 20 रूपये का प्रॉफिट होता हैं मतलब की इसमें हम अब 100×20 शेयर खरीदें तो 20×20=400 रूपये का प्रॉफिट 2000 रूपये इन्वेस्ट करने पर हुए.
इसी शेयर को जब हम ऑप्शन ट्रेंडिंग में खरीदते हैं तो उसकी कीमत IN THE MONEY, STRIKE PRICE, OUT OF THE MONEY पर होती हैं जो कि अलग अलग कीमतों पर होती हैं लेकिन इसकी एक EXPIRY DATE भी होती हैं यानि कि हमें इसको उसके EXPIRE होने से पहले बेचना होता है. उदाहरण के लिये जब हम ऑप्शन चैन में किसी शेयर को खरीदेंगे तो यहां सबसे पहले In the money, out of the money या फिर strike price पर खरीदना होगा और इसकी क्वांटिटी सेलेक्ट करनी होगी. इसमें दिया होता है कि आप न्यूनतम कितना क्वांटिटी खरीद सकते है. इसके बाद मार्केट में इस price की वैल्यू बढ़ेगी तो प्रॉफिट होता है.
ऑप्शन ट्रेडिंग के प्रकार (option trading ke prakar)
ऑप्शन ट्रेंडिंग में दो प्रकार से इन्वेस्टमेंट कर सकते है दोनों तरीको में ही शेयर को कम कीमत पर ही खरीदना होता है. इसमें पहला तरीका है CALL Option और दूसरा PUT Option.
CALL Option (कॉल ऑप्शन)
जब हम कॉल ऑप्शन में इन्वेस्टमेंट करते है तो इसमें एक निश्चित समय अवधि के भीतर Strike Price या In The Money या Out of the money के मूल्य पर खरीदने का अधिकार देता है. हम ऑप्शन जिस मूल्य पर खरीदते है उसे प्रीमियम प्राइस कहते है. अब यह कॉल ऑप्शन का प्रयोग करने की आखिरी तारीख होती है और इस आखिरी तारीख को ऑप्शन एक्सपायरी की तारीख कहते है. अगर आपको लगता है किसी स्टॉक या इंडेक्स की प्राइस बढ़ने वाली है तब आप Call Option खरीद सकते है. इसमें कम पैसे इन्वेस्ट करके आप अच्छा लाभ कमा सकते है.
PUT Option (पुट ऑप्शन)
इसमें ट्रेडिंग कॉल ऑप्शन के विपरीत की जाती है लेकिन तरीका वैसे ही होता है, जब हम पुट ऑप्शन में इन्वेस्टमेंट करते है तो इसमें एक निश्चित समय अवधि के भीतर Strike Price या In The Money या Out of the money के मूल्य पर खरीदने का अधिकार मिलता है. हम ऑप्शन जिस मूल्य पर खरीदते है उसे प्रीमियम प्राइस कहते है. अब यह पुट ऑप्शन का प्रयोग करने की आखिरी तारीख होती है और इस आखिरी तारीख को ऑप्शन एक्सपायरी की तारीख कहते है. अगर आपको लगता है किसी स्टॉक या इंडेक्स की प्राइस घटेगी लेकिन इसके प्रीमियम की प्राइस बढ़ने वाली है तब आप PUT Option बुक सकते है. इसमें कम पैसे इन्वेस्ट करके आप अच्छा लाभ कमा सकते है.
Option Trading Me Trading Kaise Kare
कॉल ऑप्शन कब खरीदें : जब आपको लगे कि किसी स्टॉक या इंडेक्स की कीमत समाप्ति तिथि से पहले ऊपर जाने वाली है तो वहाँ पर बढ़ते हुए दाम से प्रॉफिट कमाने के लिए कॉल ऑप्शन खरीदते है. इस समय आप एक स्ट्राइक प्राइस पर कॉल ऑप्शन खरीदते हैं, तो जैसे–जैसे उस एसेट की कीमत बढ़ती जाएगी तो आपका लाभ भी बढ़ता जायेगा. यह आपके जोखिम पर निर्भर करता है कि कितना रिस्क लेना चाहते है.
पुट ऑप्शन कब खरीदें : जब आपको लगे कि किसी स्टॉक या इंडेक्स की कीमत समाप्ति तिथि से पहले नीचे जाने वाली है तो वहाँ पर गिरते हुए दाम से प्रॉफिट कमाने के लिए पुट ऑप्शन खरीदते है. इस समय आप एक स्ट्राइक प्राइस पर पुट ऑप्शन खरीदते हैं, तो जैसे–जैसे उस एसेट की कीमत गिरती जाएगी तो आपका लाभ बढ़ता जायेगा. यह आपके जोखिम पर निर्भर करता है कि कितना रिस्क लेना चाहते है.
यानि की चाहे हमें Call Option में इन्वेस्ट करना हो या Put Option में लेकिन हमें उसके Expiry की तारीख से पहले बेचना होगा लेकिन ध्यान यह रखना है कि price बढ़ने वाला है अथवा घटने वाला है उसके अनुसार कॉल ऑप्शन या पुट ऑप्शन सेलेक्ट कर लेना है.
Option Trading me profit kaise hota hai
अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करके बहुत पैसा कमाना चाहते है तो सबसे पहले नीचे बताएं गए कुछ points को ध्यान में रखना होगा और ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सीखना होगा. शेयर मार्केट और ट्रेडिंग से जुड़ी कई पोस्ट हमारी वेबसाइट पर जिससे आप सीख सकते है और कुछ नई जानकारी भी हासिल कर सकते है.
- सही स्ट्राइक प्राइस का चयन :- ऑप्शन ट्रेडिंग में यह विषय सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि ज्यादातर लोगों में सस्ती दर पर चीजें खरीदने की जल्दी होती है और ये लोग उसी अवधारणा को ऑप्शन ट्रेडिंग के दौरान ट्रेड लेते समय भी लागू करते है जिससे उन्हें अधिक जोखिम उठाना पड़ता है. ऐसे ट्रेडर्स आम तौर पर कम प्रीमियम पर उपलब्ध आउट-ऑफ-द-मनी स्ट्राइक की खरीदारी करना चाहते हैं, जबकि उस स्ट्राइक प्राइस के इन-द-मनी बनने की संभावना बहुत कम होती है. इस कारण से हमेशा ऐसी स्ट्राईक प्राइस का चुनाव करे, जहां लगे प्राइस बढ़ सकती है. क्योंकि जब आपकी प्राइस, स्ट्राईक प्राइस तक नही पहुचती है तो थीटा डिके के कारण आपके नुकसान की संम्भावना अधिक होती है.
- सही रणनीति बनाए :- ऑप्शन ट्रेडिंग में लम्बे समय तक टीके रहने और लाभ कमाने के लिये आपको सही रणनीति बनानी होगी. क्योंकि बिना रणनीति के आपका रिस्क कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है फिर आप अधिक नुकसान कर सकते है इसके बाद खुद मार्केट से बाहर हो जायेंगे. क्योंकि आप ट्रेडिंग के प्रति नकारात्मक विचारों को अपने मन में बैठा लेंगे इसीलिए ध्यान रखें बिना योजना के इन्वेस्टमेंट ना करें.
- ऑप्शन ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट समझें:- जिस तरह ऑप्शन ट्रेडिंग में लाभ ज्यादा मिलता है उसी तरह इसमें बहुत ज्यादा जोकिम भरा होता है, इसलिए आप अपने रिस्क को सही से मैंनेज करना सीखें. कुछ लोग रिस्क मैनेजमेंट सीखें बिना ही इन्वेस्टमेंट कर देतें है और लॉस होने के बाद मार्केट से पूरी तरह बाहर हो जाते है. लेकिन अगर आप इस मार्केट में थोड़ा थोड़ा रिस्क लेकर चले तो आप ट्रेडिंग लम्बे समय से करने के कारण कई बातें सीख जायेंगे. इसीलिए ऑप्शन ट्रेडिंग में रिस्क तभी लें जब आप सहमत हो कि आपके कुल हिस्से का 2% या 3% लॉस होता है तो आप अगले ट्रेड में मैनेज कर लेंगे.
- न्यूज और इवेंट पर नजर रखना :– अगर आप न्यूज और इवेंट पर ध्यान रखेंगे तो आपको मार्केट की ट्रेंड के बारे में जानकारी मिलेगी जो ट्रेडिंग सीखने के साथ – साथ अधिक प्रॉफिट बुक करने में मदद करेगा.
- भावनाओं पर नियंत्रण :- यह ऑप्शन ट्रेडिंग में लोगों के हारने का सबसे बड़ा कारण है अक्सर लोग अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं कर पाते है जिससे वह गलत ट्रेड लेकर लॉस कर देतें है इसीलिए ऐसा करने से बचे रहें.
- अपने ट्रेड की समीक्षा :- आप जब भी ट्रेड लें उस दौरान होने वाले प्रॉफिट और लॉस का कारण ढूंढे. आखिर क्या कारण है अपने लॉस किया या किस कारण से आपका प्रॉफिट हुआ, इसे जानने के बाद पेन से अपनी नोटबुक में लिखें, इससे आपको जो सीखने को मिलेगा वह किसी बड़े ट्रेडर्स से भी नहीं सीखने को मिलेगा क्योंकि जब आप मार्केट का अनुभव करेंगे अपनी गलतियों और सही रणनीति को समझेंगे तब आप एक अच्छे ट्रेडर्स की सूची में आ जायेंगे.
ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
- ऑप्शन ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे कम पैसे में भी शुरू कर सकते है
- ट्रेडिंग सीखने में मदद मिलती है क्योंकि कम बजट से शुरू करके सीख सकते है.
- ऑप्शन ट्रेडिंग का उपयोग पोर्टफोलियो में भी कर सकते है.
- इससे कम समय में अधिक मुनाफा होता है.
- ऑप्शन ट्रेडिंग का नुकसान यह है कि इसमें बड़ा जोखिम होता है.
- इसमें expiry date से पहले ना बेचने पर भारी नुकसान हो सकता है.
- बिना सीखे ट्रेड करने पर अधिक लॉस हो जाता है.
इस तरह ट्रेडिंग के बारे में सीखने के बाद आप एक अच्छे निवेशक बन जायेंगे तो Option Trading me profit kaise hota hai अब आप ने जान लिया है. हमें आशा है आपको यह पोस्ट पसंद आयी होगी. ऐसी पोस्ट पढ़ने के लिये हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहें.